Wednesday, 15 July 2020

कावड़ यात्रा के फायदे

                   कावड़ यात्रा के फायदे?


कावड़ को भी इस संसार में देवताओं को प्रसन्न करने का एक माध्यम मानते है लोग।

ऐसा माना जाता हैं की सर्वप्रथम रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए जल चढ़ाया था तभी से लोग श्रावण माह में अलग अलग देव स्थानों से जल लाकर शिव को अर्पित करते हैं।

आज के लोगो ने इसे भक्ति विधि न मानकर अपने मनोरंजन का एक माध्यम बना लिया है 
इसका सबसे ज्यादा गलत फायदा युवावर्ग ने लिया वो कावड़ यात्रा के बहाने अनेकों नशे जैसे भांग आदि का सेवन करते है।


लोग इसे भक्ति विधि न जानकर अपने मनोरंजन का  एक साधन मानते है वे अश्लील गानों पर नाचते हुए नशे में धुत होकर न जाने कितनी ही दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते है।

आज कावड़ यात्रा के इस शौक ने न जाने कितने परिवारों के चिराग बुझा दिए।



एक अच्छे समाज के लिए हमे इन्हे छोड़ना चाहिए क्योंकि हमारे सदग्रांथो में कहीं पर भी कावड़ यात्रा का वर्णन नहीं है जिसे करके हमे कोई लाभ मिल सके।


इस पाखंडवाद को केवल संत रामपाल जी महाराज की सद्भक्ती से दूर किया जा सकता हैं।

 रामपाल जी द्वारा कावड़ यात्रा की उचितता - 


संत रामपाल जी महाराज बताते है कि हमारे सदग्रंत्थो में कही भी कावड़ यात्रा तथा इससे मिलने वाले लाभों का वर्णन नहीं है।

कावड़ यात्रा शास्त्र प्रमाणित साधना नहीं है तथा साधक को इससे कोई लाभ प्राप्त नहीं होता है।

कावड़ यात्रा के कारण आज के युवा नशे कि ओर अग्रसर हो रहें हैं वे भगवान शिव का हवाला देकर नशा कर रहे है कि भगवान शिव भांग पीते हैं तो वो भी पिएंगे।

आज एकमात्र संत रामपाल जी महाराज हमे बता रहे है कि हमे केवल शास्त्रा अनुकूल साधना से लाभ हो सकता हैं।

आज कावड़ यात्रा से न जाने कितनी सड़क दुर्घटनाओं में लोगो की जाने जा चुकी हैं।

इस पाखंडवाद को केवल संत रामपाल जी महाराज की सद्भक्ती से दूर किया जा सकता हैं।

Wednesday, 8 July 2020

मानव वास्तव में कौन कहला सकता हैं

             

           मानव वास्तव में कौन कहला सकता हैं



मानव कहलाने का वास्तव में उसी को अधिकार है जो इस पृथ्वी पर मालिक न बनकर किरायेदार की तरह रहता हो।


आज मनुष्य ने अपनी अल्पबुधी से न जाने कितनी तरीको से इस धरती पर तथा इस पर रहने वाले जीवो पर  अत्याचार किए।

मानव इस सृष्टि का सबसे बुद्धिमान प्राणी माना जाता है लेकिन आज के मनुष्य के कृत्य इतने खतरनाक है कि इस धरती का हर एक जीव जीव आए दिन इसकी इच्छाओ का शिकार होता जा रहा है।


आज मनुष्य माया में इतना चूर हो चुका है कि उसको नहीं पता कि आगे उसके साथ क्या बनेगा ।

मानव जीवन का उद्देश्य होता है कि इस जन्म मृत्यु के चक्र से छुटकारा प्राप्त कर सके ।
मानव मद्र में चूर होकर जानवरो से भी बद्तर हो गया  है।


आज मनुष्य नशे की हालत में इस कदर पागल हो गया है कि उसे नहीं पता कि किस काम में उसका भला है या बुरा।


आज का मानव नशे , भ्रष्टाचार, दहेज, कन्या भूर्ण हत्या, जात पात का भेदभाव तथा बलात्कार जैसे नीच कामों में जकड़ता जा रहा है।

मानव वास्तव मै कौन कहला  सकता है  - 

  वास्तव में मानव कहलाने का हक संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों का है 


क्योंकि संत जी ने उन्हें ऐसी सतभक्ती बताई जिसे प्राप्त करके मनुष्य का जीवन सफल हो सकता हैं - 


1. संत रामपाल जी के अनुयाई ना तो नशा करते है ओर ना ही नशा करने में दूसरों का सहयोग करते है।


2. संत रामपाल जी के अनुयाई ना तो दहेज लेते हैं और ना ही दहेज देते है ।

3. संत जी के अनुयाई ना रिश्वत लेते हैं और ना ही किसी को रिश्वत देते है।

4. आज संत रामपाल जी ने न केवल भारत को बल्कि सम्पूर्ण विश्व को अपनी सतभक्ती  के आधार पर भ्रष्टाचार मुक्त करने का बीड़ा उठाया है।
5. संत रामपाल जी ने आज लाखो दहेज मुक्ति विवाह करवाकर लाखो परिवारों को बर्बाद होने से बचाया है।

6.संत रामपाल जी के शिष्य सभी महिलाओं का सम्मान करते हैं।
7. मृत्यु भोज का विरोध करना।
8. सभी सदग्रंथो के आधार पर  प्रमाण सहित ये सिद्ध करना कि कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा है।

इस प्रकार संत रामपाल कि महाराज अपने द्वारा बताई गई सत्त भक्ति से लाखो लोगो से बुराइयों छुड़वा चुके है तथा छुड़वा रहे है।

इस प्रकार संत रामपाल कि महाराज अपने द्वारा बताई गई सत्त भक्ति से लाखो लोगो से बुराइयों छुड़वा चुके है तथा छुड़वा रहे है।

इस तरह संत जी के द्वारा बताई गई सतभक्ती करके तथा समस्त बुराइयों का त्याग करने बाद ही मानव को वास्तव में मानव कहा जा सकता हैं।

Wednesday, 1 July 2020

अच्छे समाज का निर्माण कैसे होगा

                      समाज निर्माण

      समाज का निर्माण किसी भी प्रकार से हो सकता जिस प्रकार से हम करना चाहे क्योंकि समाज निर्माण में समाज के हर एक नागरिक का महत्वपूर्ण किरदार है 


एक खुशहाल ओर समृद्ध समाज के निर्माण के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने मन में ये संकल्प करना चाहिए कि हम एक ऐसे समाज निर्माण करेंगे जो तमाम सामाजिक बुराइयों से मुक्त हो। ओर एक परिवार की तरह हो।


एक अच्छे समाज के निर्माण के लिए हमे निम्न बुराइयों का त्याग करना होगा - 
1. नशीले तथा मादक पदार्थों जैसे - शराब, बीड़ी, गुटखा के सेवन से परहेज
2.दहेज जैसी कुरीति का त्याग
3. मृत्यु भोज जैसी कुप्रथा का विरोध।
4. भ्रष्टाचार , रिश्वतखोरी का त्याग।
5 सामाजिक कुरीतियों  जैसे रूढ़िवादी विचारो का विरोध करना 
6. जातपात के भेदभाव को जड़ से खत्म करना
8. कन्या भ्रूण हत्या का विरोध।
7. अंध श्रद्धा भक्ति जैसे पाखंडवाद का खात्मा।

इन सभी बातों को अपने जीवन में उतारकर हम एक स्वच्छ ओर समृद्ध समाज ओर देश का निर्माण कर सकते हैं।

समाज निर्माण में संत रामपाल जी महाराज का योगदान


1. लाखो लोगो का सतभक्ती द्वारा नशा छोड़ना तथा  दूसरो को नशा न करने के लिए प्रेरित करना ।

2. लाखो लोगो द्वारा उनके ज्ञान को समझकर दहेज ना लेने व ना देने का संकल्प करना तथा इसको देखते हुए लाखो दहेज मुक्ति विवाह करवाना।


3 संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा रिश्वत लेने व देने का त्याग करना।

4. भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण करना।

5.जातपात के भेदभाव को खत्म करना तथा इसके लिए संत जी बताते हैं- 

जीव हमारी जाती हैं , मानव धर्म हमारा,हिन्दू ,मुस्लिम , सिक्ख , ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा  

जाती नहीं जगदीश की , हरिजन की कहा होय, जात पात के बीच में , डूब मरो मत कोय

6. कन्या भ्रूण हत्या का पुरजोर विरोध करना।

7. तथा समाज के सभी लोगो उनके सदग्रंथो को दिखाकर ये सिद्ध करना की कबीर साहेब ही भगवान है

8.समाज को फिल्मों से दूर रहकर सत्संग की ओर प्रेरित करना।

9. आज एकमात्र संत रामपाल जी महाराज  ऐसे संत है जो बिना किसी दवा के केवल सतभक्ति से लोगो नशे तथा अनेक कुरीतियों से दूर कर रहे है ।




आज संत रामपाल जी महाराज सर्व शास्त्रों से प्रमाणित कर चुके है कि कबीर साहेब ही परमात्मा है तथा वहीं हम इस लोक में सर्व सुख दे सकते है।


हम संत रामपाल जी के बताए अनुसार भक्ति करके एक ऐसे खुशहाल समाज का निर्माण कर सकते है जहां सभी सुखी हो कोई द्वेष ना हो ओर सभी मिलजुलकर रहते हो। संत रामपाल जी महाराज सर्व शास्त्रों से प्रमाणित कर चुके है कि कबीर साहेब ही परमात्मा है तथा वहीं हम इस लोक में सर्व सुख दे सकते है।


हम संत रामपाल जी के बताए अनुसार भक्ति करके एक ऐसे खुशहाल समाज का निर्माण कर सकते है जहां सभी सुखी हो कोई द्वेष ना हो ओर सभी मिलजुलकर रहते हो।